Friday, September 19, 2008

रामदेव, आज की जरूरत.

साधू सन्यासी तो बहुत हैं अपने देश में, मगर कोई भी वो नही कर सका जो बाबा रामदेव जी कर रहे हैं। और ये देख कर अच्छा लग रहा है की चलो कोई तो है जो देश को सही दिशा दिखाने की कोशिश कर रहा है।
पहले योग, उसके बाद अमरनाथ मुद्दा और अब गंगा सफाई अभियान। धीरे धीरे लोगो की सही दिशा दिखने की अनोखी पहल।

उम्मीद करता हूँ की सभी लोगो का उनको समर्थन मिलेगा और देश एक नई दिशा में कदम रखेगा।
जय हिंद!!

10 comments:

वर्षा said...

योग की रामेदव ने अच्छी मार्केटिंग कर दी। अमरनाथ मुद्दा तो देश पर भारी पड़ा। और गंगा सफाई अभियान में उनसे पहले काफी संतों ने आमरण अनशन और अभियान चलाए। रामदेव एक मशहूर हस्ती हो गए हैं, बस यही उनका श्रेय है।

लोकेश Lokesh said...

ब्लॉग जगत में आपका शुभकामनायों सहित स्वागत है

Pawan Mall said...

bahut achha lekh hain
aaj ke daur main hame yoga ki jaroorat hain.

aisi hi kuchh mazedar tips likhte rahiyega

Anonymous said...

योग के बेहतरीन व्‍यापारी हैं स्‍वामी रामदेव।

Shastri JC Philip said...

एक अनुरोध -- कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन का झंझट हटा दें. इससे आप जितना सोचते हैं उतना फायदा नहीं होता है, बल्कि समर्पित पाठकों/टिप्पणीकारों को अनावश्यक परेशानी होती है. हिन्दी के वरिष्ठ चिट्ठाकारों में कोई भी वर्ड वेरिफिकेशन का प्रयोग नहीं करता है, जो इस बात का सूचक है कि यह एक जरूरी बात नहीं है.

वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिये निम्न कार्य करें: ब्लागस्पाट के अंदर जाकर --

Dahboard --> Setting --> Comments -->Show word verification for comments?

Select "No" and save!!

बस हो गया काम !!

Udan Tashtari said...

हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.


तरीका महाचिट्ठाकार शास्त्री जी ने बता ही दिया है हटाने का.

आत्महंता आस्था said...

मार्ग दिखाना,
अंतर्मन का काम है,
सारे बाह्य करक,
बस जोड़ते अपना नाम है,
भाव अगर हो निःस्वार्थ,
जुड़ा हो अगर परमार्थ,
सेवा की आकांक्षा संग,
बढ़ना ही कल्याण है.

प्रदीप मानोरिया said...

आपके बाबा के बारे में निम्नलिखित कविता कहना ही पर्याप्त होगा
फ़िर भी आपका स्वागत है

एक योग के स्थापित योगीराज /
नाम छाया है मीडिया में आज /
वास्तव में हैं वे इतने महान /
दे दी योग को भी व्यवसायिक पहचान /
योग की जीवनशैली बन गई चमत्कार /
बाबा नगद और डाक्टर उधार /
एक इंसुलिन निर्भर बाल मधुमेही /
इंसुलिन जिसके जीवन को जरूरी /
मां बाप ने सोचा इंसुलिन छुडवायें /
चलो बाबा के शिविर में हो आयें /
बाबा ने कहा इतने छोटे बच्चे को इंसुलिन लगाते हैं /
आपके डाक्टर विदेशी कंपनी से पैसा खाते हैं/
बाबा ने लगाई आवाज /
कौन कौन बैठा है आज /
जिसकी इंसुलिन छूट गई /
जिन्दगी बन गई नागफनी से जूही /
फटाफट उठ गये अनेकों हाथ /
केमरे और माइक तो थे ही वहां साथ /
मां बाप पर पडा भयानक प्रभाव /
डाक्टर को कोसा छोडी सब सलाह /
बाबा की सलाह पर की इंसुलिन विसर्जित /
श्रध्दा के साथ हुए पूर्ण समर्पित /
एक पक्षीय ज्ञान से बने ज्ञानधारी /
गुमराह करते हुए ये चमत्कारी /
खैर मां बाप बेटे को लेकर घर लौट आये /
तीन दिन भी चैन से नहीं रह पाये /
बेटा हुआ उल्टी दस्त से बेहाल /
लेकर पहुंचे फटाफट अस्पताल /
खून में बढ़ी शकर कीटोऐसीडोसिस हो गया /
कोशिश की बहुत बेटा जिन्दा न रहा /
इस घटना से ये आपसे गुजारिश है /
आपकी सावधानी मेरी ख्वाहिश है /
योग रहे जीवन में इतना तो जरूरी है /
बीमारी में डाक्टर की सलाह ही जरूरी है /
रचना प्रदीप मानोरिया

Unknown said...

baba ramdev aacha kam kar rahai hai...

aaisa nahi hai yoga koi janta nahi tha ya yoga ko swami ramdev le kar aaye hai...

bus swami ramdev nahi yoga ki publicity jayada ki tho unki gaddi chal gayi...

aapka lekh aacha laga aagai bhi kuch likhte rehna..

or aagar delhi ke bare mai kuch likhe tho kirpya www.jagodelhi.com par bhi kuch likhna aacha legega

thanks..
www.jagodelhi.com
admin

VerAsh said...

Very happy to see so many comments, I am new to blog and still need to find how can I reply to each of you...

I will try to write back to all of you, as soon as I fgure out how to do?

Regards,
Ashish.