Wednesday, May 12, 2010

अब कहाँ है मानव अधिकार वाले लोग

देश की कोई भी समस्या हो तो उसका समाधान नहीं कर सकते। यहाँ तक की अगर मुद्दा देश की भलाई का हो या फिर किसी आतंकवादी को फासी का।
फिर जब खाप पंचायत के नाम पर दो प्यार करने वालो का कत्ले आम हो रहा है और आदेश जरी हो रहे हैं सरे आम क़त्ल के। तो कहाँ हैं वो मानव अधिकार वाले।

धिक्कार है मानव अधिकार की दुहाई देने वालो। शर्म करो अपने दिखावे पर।